सो मैंने अब सोफ़े पर लुढ़कने का नाटक किया। मेरा शक सही था। उसने मुझे दो तीन बार हिलाया और पूछा। मैंने नशे में मदहोश होने का नाटक किया और कहा,”मुझे… हिच्च… मेरे कमरे तक … हिच्च … ले चलो…! “कोमल जी… … आप बहुत अच्छी हैं…” लण्ड गाण्ड में https://call-girl-in-ahmedabad11110.creacionblog.com/38347613/call-girls-in-delhi-can-be-fun-for-anyone