अनिरुद्धाचार्य जी ने न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी भक्ति का प्रचार किया है। वे कथा के माध्यम से भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म की महिमा को विश्वभर में पहुँचा रहे हैं, जिससे प्रवासी भारतीय भी जुड़ाव महसूस करते हैं। https://aniruddhacharya.com/donate-to-gurukul-india.html