नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा। आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥ जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥ शिव के रहते https://jaidenvmzmx.wikilima.com/905459/what_does_shiv_chalisa_lyricsl_mean